नारायण सेवा संस्थान में विशाल रक्तदान शिविर
नारायण सेवा संस्थान के सेक्टर- 04 स्थित मुख्यालय में संस्थान के साधक-साधिकाओं, सनराईज नर्सिग काॅलेज तथा संजीवनी नर्सिग काॅलेज के छात्र-छात्राओं ने संयुक्त रूप से 80 यूनिट रक्तदान किया।
इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रशान्त अग्रवाल ने रक्तदान की महत्ता बताई तथा कहा कि दान के अनेक प्रकार होते है जिसमें तन, मन, धन, वस्त्र, अन्न व रक्त इत्यादि दान होते है, इनमें रक्तदान महत्वपूर्ण है तथा रक्तदान से किसी गम्भीर दुर्घटना व बीमारी से पीडि़त व्यक्तिों को रक्तदान द्वारा उनके जीवन का बचाव किया जा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत में हर एक मिनिट में एक व्यक्ति की मृत्यु होती है तथा प्रत्येक चार मिनिट में एक व्यक्ति की मृत्यु सड़क दुर्घटना में होती है। सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को तुरन्त रक्त की आवश्यकता होती है इसलिए अधिक से अधिक संख्या में स्वस्थ्य व्यक्तियों को पीडि़त व्यक्तियों के जीवन के बचाव के लिए रक्तदान अवश्य करना चाहिए।
संस्थान निदेशक श्रीमती वन्दना अग्रवाल ने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति को 3 से 6 माह की अवधि में एक बार रक्तदान करना चाहिए, तथा रक्तदान से रक्तदाता के शरीर में किसी भी प्रकार की कमजोरी नही होती है। अपितु स्वस्थ्य शरीर के लिए रक्तदान महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर सनराइस काॅलेज के निदेशक श्री हरीश राजानी, संजीवनी काॅलेज के प्रिंसीपल श्री दिगपाल चुण्डावत एवं हार्दिक पण्ड्या उपस्थित थे। उन्होने नारायण सेवा संस्थान के सेवा कार्य कार्यकलापों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उक्त रक्त युनिट सरल ब्ल्ड बैंक उदयपुर द्वारा एकत्र किए गए।रक्तदान शिविर में संस्थान के निदेशक जगदीश आर्य तथा हाॅस्पीटल प्रभारी राकेश दुग्गल तथा श्रीमती सन्तोष रेगर नर्सिग कर्मी ने प्रबन्धकीय व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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